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संवाददाता ।
लखनऊ। भ्रष्टाचार अपराध मुक्त न्याय दल के विचार गोष्ठी के आयोजन मे मुख्य विषय था भारत को भ्रष्टाचार मुक्त कैसे बनाया जाए और वर्तमान सरकार की करेप्शन क्राइम
जीरो टॉलरेंस नीति कितना सफल ? इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भन्ते रतन सागर जी ने किया। कार्यक्रम का संचालन हाईकोर्ट की एडवोकेट कुमारी राधा सिंह ने किया। इस मौके पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ० मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय शोक के अवसर पर मौन रहकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ० टी०आर० सिंह,राष्ट्रीय अध्यक्ष भ्रष्टाचार अपराध मुक्त न्याय दल ने कहा कि देश को आजाद हुए लगभग 78 वर्ष बीत रहे हैं, भ्रष्टाचार का दानव इतना बढ़ गया कि आम आदमी का जीना दुशवार होता जा रहा है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल रिपोर्ट के अनुसार 2023 में भ्रष्टाचार के मामले में भारत 180 देशों में 93वें स्थान में रहा है। टी आर सिंह ने जोर देकर कहा कि भारत देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भ्रष्टाचार के खिलाफ सघन जांच खोजबीन अभियान चलाया जाना चाहिए, जिसका अनुपालन करना देश की प्रदेश सरकारों का दायित्त्व होना चाहिए। भ्रष्टाचार के विविध वंशवाद हैं जैसे ब्लैकमेल करना, टैक्स चोरी, झूठी गवाही, झूठा मकदमा, परीक्षा में नकल, परीक्षार्थी का गलत मूल्यांकन, सही उत्तर पर अंक न देना, पैसे लेकर संसद में प्रश्न पूछना, पैसे लेकर वोट देना, वोट के लिए पैसा व शराब, पैसे लेकर रिपोर्ट छापना, रिश्वत लेना, चुनाव में हेराफेरी करना, लोगों के साथ विश्वासघात करना। सरकार को चाहिए कि भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त और कठोर कानून बनाए और उसका अनुपालन कराए, भ्रष्टाचार में लिप्त डेमोक्रेसी के लोग, ब्यूरोक्रेसी के लोग, न्यायपालिका के लोग, मीडिया के लोगों की चल-अचल सम्पत्ति की जांच कराकर जब्त किया जाए और आवश्यकता पड़ने पर गरीबों में वितरित कर दिया जाए, जिससे गरीबी खत्म हो जाए और जिससे देश विकास की मुख्य धारा से जुड़ सके। भ्रष्टाचार के मामले को मीडिया में शीघ्र उजागर किया जाना चाहिए और निवारण के लिए सूचना का अधिकार, लोकसेवा कानून, भ्रष्टाचार निरोधक कानून और लोकपाल की शक्तियों का उपयोग किया जाना चाहिए। भ्रष्टाचार एक ऐसी सामाजिक और राजनीतिक समस्या है कि जो किसी भी समाज की प्रगति को बाधित करती है। भ्रष्टाचार एक गहरी समस्या है, जो समाज और राष्ट्र की प्रगति में रुकावट है। भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को दण्डित करने के कानूनों को नियमित रूप से लागू किया जाना चाहिए। इस मौके पर डॉ० उमेश कुमार, सुमन यादव, साक्षी सिंह, सरोज सिंह, छेदीलाल गौतम, अंकित यादव, सन्त प्रकाश गौतम, कैलाश गौतम, प्यारेलाल गौतम, शिवानी सरोज, ज्योति शुक्ला एडवोकेट, कमलेश गौतम एडवोकेट, सी०पी० सिंह एडवोकेट, साधना भारद्वाज एडवोकेट, अभिनंदन पाठक, सी०ए० संजय कुमार त्रिपाठी, नेहा अग्रवाल, मुकेश कुमार गौतम, अनूप कुमार, रमेश चन्द्रा, सुनीता चन्द्रा, हिमांशु शर्मा, अशोक कुमार सिंह, अशोक कुमार पत्रकार, निशा बानो,भारती ठाकुर सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे और अपने अपने विचार व्यक्त किए।
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