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संवाददाता।
लखनऊ। सर्व धर्म सभा के आयोजन में सभी धर्मों के धर्मगुरु एवं धर्म प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।स राजेंद्र सिंह बग्गा (अध्यक्ष) ने बताया कि इस विशेष आयोजन का संदर्भ वर्तमान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर अत्याचार,शोषण, मंदिरों को विध्वंस करने पर की गई।बांग्लादेश में हो रही इस तरह की घटनाओं से पूरा विश्व स्तब्ध है,विशेष तौर से भारत। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी समय समय पर ज्वलंत विषयों पर अपनी आवाज़ बुलंद करती आई है। आज सब को एक साथ बांग्लादेश में घटित इन दानवीय घटनाओं पर खंडन और रोष प्रकट करने की आवश्यकता है।
इसी श्रृंखला में कार्यवाहक अध्यक्ष एवं महामंत्री, स हरपाल सिंह जग्गी ने अपने अभिभाषण में कहा कि बांग्लादेश की सरकार एवं सेना कट्टरपंथियों एवं दंगाइयों का पूरा साथ शेख हसीना के तख्ता पलटने के बाद से प्रदान कर रही हैं। हिंदुओं के व्यापारिक प्रतिष्ठानों, घरों, मंदिरों को ना केवल निशाना बनाया जा रहा है बल्कि नरसंहार,बलात्कार एवं शोषण चरम सीमा पर किया जा रहा है जिसका असर भारत में आपसी भाईचारे एवं धार्मिक सौहाद्र पर पड़ सकता है। इसमें पाकिस्तान की आई.एस.आई एवं चीन की एजेंसियों का बहुत बड़ा हाथ है एवं बांग्लादेश की सेना का साथ है। भारत में भी यह एजेंसियां धार्मिक समरसता एवं सौहाद्र को विध्वंस करने और दंगे कराने के लिए प्रयत्न कर रही हैं। आज आवश्यकता है कि भारत एवं विश्व में शांति को सशक्त करने हेतु सभी धर्मों के धर्म गुरु एवं धर्म प्रतिनिधि संयुक्त रूप से शांति एवं मानवता का पैगाम दें।
प्रवक्ता स. सतपाल सिंह मीत ने अवगत कराया की आज के सर्व धर्म समन्वय सभा में सभी धर्मों के धर्म प्रतिनिधि सम्मिलित हैं विशेष तौर से शांति के दूत इस्लाम मत से मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली, मौलाना सूफियान निजामी, हिंदू मत से महंत दिव्या गिरी, बहाई समाज से भारती गांधी,श्री आर. डी. द्विवेदी अध्यक्ष आशियाना परिवार, बुद्ध मत से भंते ज्ञान लोक, ईसाई मत से फादर डोनल्ड, जैन मत से अशोक जैन,सिंधी समाज से मुरलीधर आहूजा,हिंदू पंजाबी सामाजिक नेता अखिल ग्रोवर एवं अन्य मतों से धर्म प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि बांग्लादेश में हो रही हिंदुओं पर हिंसा का भारत का प्रत्येक मुसलमान कड़ा विरोध करता है। किसी धार्मिक स्थल को तोड़ने,बेगुनाहों का कत्ल करने की इजाजत इस्लाम नहीं देता और इस तरह के लोग मुसलमान नहीं हो सकते।
सूफियान निजामी जी ने कहा कि हम इस तरह की नापाक हरकतों की घोर निंदा करते हैं।
महंत दिव्या गिरी ने कहा कि सर्व धर्म में मानवता का धर्म सर्वाेपरि है। बांग्लादेश में घटित हो रही घटना चिंताजनक है और सभी धर्म गुरुओं के धार्मिक सामंजस्व को सशक्त करने के लिए सर्व धर्म सभाएं करनी चाहिए।
आशियाना परिवार के अध्यक्ष ने कहा कि बांग्लादेश को 1971 के इतिहास को स्मरण करना होगा। अगर भारत सहायता न करता तो वह पाकिस्तान के सदैव गुलाम बने रहते और आज वह फिर पाकिस्तान के गुलाम बनने को अग्रसर है। आजादी की लड़ाई में मुस्लिम समाज का बहुत बड़ा योगदान है। हम अशफाक उल्ला खान को कैसे भूल सकते हैं। आज कट्टरपंथी,जिनका वास्तविक धर्म के सिद्धांतों से कोई लेना देना नहीं होता, धार्मिक सौहाद्र को खत्म करने का कार्य कर रहे हैं।
श्रीमती भारती गांधी जी,बहाई धर्म प्रतिनिधि ने कहा कि सी.एम.एस. समय समय पर विश्व शांति हेतु इंटरफेथ हार्मनी का आयोजन करता रहता है जहां पर विश्व के धर्म गुरु भाग लेते हैं। बांग्लादेश में जो घटित हो रहा है वह अत्यंत खेद पूर्ण है।
ईसाई मत से फादर डोनाल्ड, बुद्ध मत से भंते ज्ञान, जैन समाज से अशोक जैन ने संयुक्त रूप में कहा की शांति, मानवता एवं अहिंसा ही सब से बड़ा धर्म है। बांग्लादेश आज अधर्म के रास्ते पर चल रहा है एवं इस की हम कड़ी निंदा करते हैं। हिंदुओं की रक्षा आज चिंतन का विषय है।
सिंधी समाज एवं पंजाबी समाज से मुरलीधर आहूजा एवं अखिल ग्रोवर ने कहा कि भारत सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए और इस विषय पर विश्व स्तरीय चर्चा होनी चाहिए।
स तेजपाल सिंह रोमी अध्यक्ष गुरुद्वारा सदर ने कहा कि भारत के जो हिंदू भारत आना चाहते हैं खुले हृदय से स्वागत करना चाहिए। बांग्लादेश में 5 गुरुद्वारे भी हैं। ढाका का गुरुद्वारा ऐतिहासिक गुरुद्वारा है जहां पर गुरुनानक देव जी भाई मर्दाना एवं 16वी शताब्दी में गुरु तेग बहादुर जी का पदार्पण हुआ था।
अल्पसंख्यक आयोग के परविंदर सिंह ने अवगत कराया कि हिंदुओं के अतिरिक्त सिखों एवं ईसाई का भी शोषण हो रहा है।
डॉ गुरमीत सिंह ने कहा कि बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यों का पलायन चाहती है।
सरदार जसबीर सिंह राजू, अधिकृत अधिवक्ता एवं सदस्य, सुरिंदर सिंह बक्शी ने संयुक्त रूप से अवगत कराया कि सभी धर्म के अनुयायियों द्वारा भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं बांग्लादेश की एम्बेसी को सभी धर्मों के प्रतिनिधियों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपा जाएगा एवं हिंदुओं की सुरक्षा एवं शांति की मांग की जाएगी।
आज की इस सभा में गुरुद्वारा सदर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इंदर सिंह छाबड़ा, मनमीत सिंह महामंत्री गुरुद्वारा नाका , सिख सेवक जत्थे के अध्यक्ष राजवंत सिंह बग्गा, आशियाना गुरुद्वारे के अध्यक्ष स जसपाल सिंह, चंदर नगर के अध्यक्ष मनमोहन सिंह सेठी,अजीत खुराना,सुखदेव सिंह भाई लालो जी, गुरुद्वारा गोमतीनगर गुरुद्वारे से सग्गू जी, कोहली जी, गुरुद्वारा सरोजिनी नगर से अजीत सिंह खुराना,राजू अनेजा जी,राजेंद्र सिंह दुआ, अध्यक्ष यू पी सिख प्रतिनिधि मंडल, दिलप्रीत सिंह सीखी मेरी पहचान ,राजेंद्र सिंह बग्गा लक्की खालसा चौक, लखविंदरपाल सिंह पूर्व पार्षद, सरबजीत सिंह नामित पार्षद, दिलमीत सिंह,गुरजीत सिंह छाबड़ा,कपिल अरोड़ा एवं अन्य महत्वपूर्ण सदस्य उपस्थित थे।
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