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तीन दिदिवसीय भव्य महोत्सव का हुआ समापन

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संवाददाता 

-मंत्री सूर्य प्रताप शाही तथा मंत्री दिनेश प्रताप सिंह द्वारा पुरस्कार वितरण कर विजेताओं को सम्मानित किया गया

-प्रदेश का आम आज देश नहीं बल्कि विदेशों में भी भेजा जा रहा है
-निर्यात को बढ़ाने हेतु विश्वस्तरीय पैक हाउस, ट्रीटमेंट सेन्टर एवं आधुनिक टेस्टिंग सेन्टर की स्थापना की जा रही हैं
-कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही
-निर्यातकों को 20 लाख रूपये तक मार्ग व्यय में अनुदान की सुविधा दी जा रही है

-निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जेवर एयरपोर्ट के पास इन्टीग्रेटेड टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क का निर्माण किया जा रहा है
-उद्यान मंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह
लखनऊ। 
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रविवार को तीन दिवसीय आम महोत्सव के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये कहा कि योगी सरकार के नेतृत्व में उद्यान विभाग नई ऊंचाई छू रहा है। प्रदेश का आम आज देश नहीं बल्कि विदेशों में भी भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिले, इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलायी जा रही है। निर्यात को बढ़ाने हेतु विश्वस्तरीय पैक हाउस, ट्रीटमेंट सेन्टर एवं आधुनिक टेस्टिंग सेन्टर की स्थापना की जा रही हैं। पैक हाउस के माध्यम से किसानों के उत्पादों का ट्रीटमेंट, पैकिंग और सुरक्षित रखते हुए विदेशी बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विदेशों में प्रदेश के किसानों के उत्पादों की डिमांड ज्यादा हो इसके लिए हमें अपने उत्पादों की देखरेख और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। आम महोत्सव जैसे आयोजन किसानों को उनके उत्पादों में सुधार करने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि जिस प्रकार वर्ष 2023 में निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु उद्यान विभाग एवं प्रगतिशील बागवानों का प्रतिनिधि मण्डल मास्को, रूस भेजा गया था उसी प्रकार इस वर्ष भी एक प्रतिनिधि मण्डल यूक्रेन भेजा जायेगा। उन्होंने किसानों के आय में वृद्धि के लिये अधिक से अधिक निर्यात पर जोर दिया। रूस में आयोजित आमरस-2023 कार्यक्रम की सफलता का जिक्र करते हुए बताया कि रूस में प्रदेश के आम की निरन्तर मांग बनी हुई है। उन्होंने योगी सरकार द्वारा निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु दी जाने वाली सुविधाओं व अनुदान के बारे में संक्षेप में अवगत कराया निर्यात को प्रोत्साहित करने के फलस्वरूप आम की विभिन्न प्रजातियों दशहरी, रतौल एवं लंगड़ा को जी०आई० टैग प्राप्त हो चुका है तथा गौरजीत, चौंसा आदि प्रजातियों को जी०आई० टैग दिलाने हेतु प्रयास किया जा रहा है। इसी प्रकार निर्यात में आने वाली परिवहन लागत पर भी अनुदान की सुविधा प्रदान करते हुये निर्यातकों को 20 लाख रूपये तक मार्ग व्यय में अनुदान की सुविधा दी जा रही है। निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जेवर एयरपोर्ट के पास इन्टीग्रेटेड टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में बिकने वाला 80-90 रूपये प्रति किलो के आम का रूस में मूल्य 800-900 रूपये प्रति किलो तक प्राप्त हो जाता है, जो किसानों की आय एवं समृद्धि बढ़ाने में मददगार है।

आम महोत्सव-2024 में मंत्री  सूर्य प्रताप शाही तथा मंत्री दिनेश प्रताप सिंह द्वारा पुरस्कार वितरण कर विजेताओं को सम्मानित किया गया। आम के विभिन्न प्रजातियों की 07 श्रेणियों में एवं 46 वर्गों की प्रतियोगिता में 41 विजेताओं द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 115 पुरस्कार तथा आम आधारित संरक्षित उत्पादों की प्रतियोगिता के 11 वर्गों के 19 विजेताओं द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 19 पुरस्कार तथा आम के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श के विजेता श्री अब्दुल सलीम, मलिहाबाद, लखनऊ को अरूणिका प्रजाति के प्रदर्श प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श का पुरस्कार तथा आम की विभिन्न किस्मों में 09 पुरस्कार प्रदान किये गये। महोत्सव के अवसर पर सर्वाधिक 17 पुरस्कार श्री इकबाल अहमद, मलिहाबाद, लखनऊ तथा एस0सी0 शुक्ला, गोमतीनगर, लखनऊ द्वारा 13 पुरस्कार प्राप्त किये हैं।
तीन दिनों तक चलने वाले इस आम महोत्सव में 7 श्रेणियों के 58 वर्गो में आम की विभिन्न प्रजातियों तथा उनके प्रसंस्कृत उत्पादों की प्रतियोगितायें आयोजित की गई। जिसमें आम की लगभग 800 प्रजातियों के 2660 नमूने प्रदर्शित किये गये। महोत्सव में जहां एक ओर आम की विभिन्न प्रजातियों में 1224 प्रतिभागियों द्वारा 2340 नमूने प्रदर्शित किये गये, वहीं दूसरी ओर आम की संरक्षित पदार्थ वर्ग में 90 प्रतिभागियों द्वारा 310 नमूने प्रदर्शित किये गये। आम पकवान के 03 प्रतिभागियों द्वारा 10 नमूने प्रदर्शित किये गये। केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, उद्यान विभाग के सहारनपुर, बस्ती, प्रयागराज, झांसी (बरूआसागर) एवं लखनऊ (मलिहाबाद) में स्थापित औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्रों तथा प्रगतिशील बागवानों के द्वारा अपने-अपने संस्थानों/बागों में उगायी जाने वाली प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया है। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश एवं उत्तराखण्ड राज्यों ने भी प्रतिभाग करते हुये अपने प्रदर्श प्रदर्शित किये।
प्रदेश में आम की सुप्रसिद्ध दशहरी, लंगड़ा, चौंसा, गौरजीत, लखनऊ सफेदा, रटौल, आम्रपाली प्रजातियों के साथ-साथ टॉमी एटकिन्स, सन्सेशन, अरूणिका आदि रंगीन प्रजातियां भी आकर्षण का केन्द्र रही। उ0प्र0 आम महोत्सव-2024 के अन्तिम दिवस में किसानों, उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूहों, छात्रों के समक्ष खाद्य प्रसंस्करण के महत्व एवं रोजगार सृजन में योगदान विषय पर तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। सत्र में विषय विशेषज्ञों द्वारा टेस्टिंग, फूड सेफ्टी, मूल्य सम्वर्धन, पैकेजिंग पर, अर्धप्रसंस्करण, आम के उत्पाद प्रसंस्करण एवं प्रोडक्ट टेस्टिंग विषयों पर विस्तृत चर्चा की गयी।

समापन अवसर पर विधान परिषद सदस्य देवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रायबरेली, वन्दना चौधरी, अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बी0एल0 मीणा, कृषि निदेशक एवं निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग तथा अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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