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संवाददाता
-श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी बाराबंकी, में चल रहे ,संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 2017, का पांचवा दिन एनसीसी कैडेट्स के लिए आपदा और जोखिम से भरी हुई विषम परिस्थितियों से निपटने की सीख लाई लेने का दिन रहा
बाराबंकी।
प्रशिक्षण सत्र का पांचवा दिन,राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, के नाम रहा। राज्य राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ )के अधिकारियों व जवानों ने सिखलाई सत्र में एनसीसी कैडेट्स को ,प्राकृतिक आपदा ,विपत्ति व जोखिम भरे माहौल में निकलने की सिखलाई दी! उन्होंने बताया कि हर एक व्यक्ति को क्षिति, जल ,पावक, गगन, समीर के भयंकर विपदाकारी रूप के बारे में जानना चाहिए व चक्रवात, तूफान, विपत्ति - आपदा आने पर उनसे निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए और इस कड़ी में एनसीसी कैडेट्स समाज के लिए एक मजबूत सहायक स्तंभ है चाहे आगजनी हो, बाढ़ आए, भूकंप आए, वज्रपात हो।
प्रत्येक समय देखा गया है कि एनसीसी कैडेट्स सरकारी सुरक्षा कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं व सहायता करते हैं!
कार्यक्रम की शुरुआत में कैंप कमांडेंट कर्नल रत्नाकर त्रिवेदी ने बुके व स्मृति चिन्ह देकर के आपदा बल की टीम का सम्मान किया।
प्रशिक्षण सत्र का पांचवा दिन एनसीसी कैडेट्स के लिए जोश व उल्लास से भरपूर रहा क्योंकि प्रशिक्षण के बढ़ते सत्र में कैडेट्स सिखलाई को स्वयं में समाहित करते जा रहे हैं व एकता के साथ दूर-दूर से आए साथियों को अपना बना रहे हैं, स्वयं में बदलाव महसूस कर रहे हैं।
कैडेट्स ने बारिश के झमाझम मौसम में पानी पुरी का भी लुत्फ उठाया और शिविर में चल रहे स्वादिष्ट भोजन की तारीफ की।
कैडेट्स के शाम का सत्र खेल व मनोरंजन से भरपूर रह रहा है। जिसमें तरह-तरह की सांस्कृतिक गतिविधियां चल रही हैं और कैडेट्स उनमे प्रतिभाग कर रहे हैं।
डिप्टी कैंप कमांडेंट मेजर कविता ने बताया कि आने वाले दिनों में कैडेट्स की सिखलाई और तगड़ी होने वाली है तथा उन्हें विभिन्न प्रकार प्रतियोगिताओं के लिए खुद को तैयार करना है जिससे सभी के डेट अपनी-अपनी कंपनी का झंडा लहरा सके।
उक्त जानकारी सूबेदार मेजर ओमप्रकाश व सूबेदार मेजर बाल बहादुर राणा ने संयुक्त रूप से दिया।
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