418वाँ पावन शहीदी दिवस मनाया गया
...
संवाददाता
लखनऊ। श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी के संस्थापक, बाणी के बोहिथ, शहीदों के सरताज सिखों के पांचवें गुरू साहिब श्री गुरू अरजन देव जी
महाराज का 418वाँ पावन शहीदी दिवस श्री गुरू सिंह सभा ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरु नानक देव जी ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिन्डोला,लखनऊ में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर भव्य दीवान हाल में फूलों से सुसज्जित पालकी साहिब में श्री गुरू ग्रन्थ साहिब पर विराजमान थे। दिनांक 08.06.2024 को रखे गये श्री अखण्ड पाठ साहिब जी की समाप्ति के पश्चात रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह जीे ने अपनी मधुर वाणी में आसा-दी-वार की पवित्र बाणी एवं ‘‘जिसके सिर ऊपर तूं स्वामी सो दुख कैसा पावै।।’’ शबद कीर्तन गायन कर श्रद्धालुओं को निहाल किया। विशेष रूप से पधारे हैं पंथ प्रसिद्ध प्रचारक सिंह साहिब ज्ञानी मान सिंह जी पूर्व प्रचारक श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर ने श्री गुरू अरजन देव जी की जीवन पर गुरमति विचार व्यक्त करते हुए बताया कि गुरू अरजन देव जी ने सभी गुरूओं और भक्तों की बाणियों को संकलन करके एक ग्रन्थ तैयार किया जिसका मूल तत्व परम पिता परमेश्वर की अराधना करना, जाति-पाँति एवं अन्ध विश्वासों का खण्डन करना और लोगों में आपसी भाई चारे की भावना पैदा कर परमेश्वर से जोड़ना है। उन्होंने 1604 को पहली बार गुरु ग्रन्थ को श्री हरमन्दिर साहिब श्री अमृतसर में स्थापित किया जिसके पहले ग्रन्थी बाबा बुड्ढ़ा जी बने। श्री गुरू अरजन देव जी ने 30 रागों में 2312 शबद लिखे, जिसमें श्री सुखमनी साहिब प्रमुख हैं। पंथ प्रसिद्ध रागी जत्था भाई प्रिंसपाल सिंह पटियाला वालों ने अपनी मधुर बाणी में ‘‘तेरा कीआ मीठा लागै हरि नामु पदारथ नानक मांगै।।’’शबद कीर्तन गायन कर समूह संगत को निहाल किया। माता गुजरी सत्संग सभा की सदस्यों ने ‘‘सिमरउ सिमरि सिमरि सुखु पावउ। कलि कलेस तन माहि मिटावउ।।‘‘ शबद कीर्तन गायन किया। सिमरन साधना परिवार के बच्चों ने “जपउ जिन् अरजुन देव गुरु फिरि संकट जोनि गरभ न आइउ“ गायन किया। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी सुखदेव सिंह जी ने भी श्री गुरु अर्जन देव जी के जीवन पर प्रकाश डाला।लखनऊ गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी एवं श्री गुरू सिंह सभा ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरु नानक देव जी, नाका हिन्डोला, के अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा जी ने समूह संगत को गुरू जी द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलने का आग्रह किया। कार्यक्रम का संचालन स0 सतपाल सिंह मीत जी ने किया।
इस अवसर पर अपोलो हॉस्पिटल लखनऊ द्वारा 11ः00 बजे से 3ः00 बजे तक फ्री चेकअप कैंप गुरुद्वारा साहिब में लगाया गया जिसमें कई वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा ब्लड प्रेशर, रेंडम ब्लड शुगर, आखों के मरीजों से परामर्श कर चेकअप किया और उन्हें सलाह दी।
दिनांक 01.05.2024 से 10.06.2024 तक निरन्तर 40 दिनों तक प्रातः 5 बजे से 7 बजे तक माता गुजरी सत्संग सभा एवं समूह संगत की ओर से श्री गुरू अरजन देव जी के शहीदी दिवस को समर्पित श्री गुरू अरजन देव जी द्वारा रचित पाठ श्री सुखमनी साहिब के पाठ किये गये,पाठों की समाप्ति के उपरान्त मुख्य रूप से भाग लेने वाले पुरूषों एवं स्त्रियों को गुरू घर की कृपा सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एक विशाल गुरू के लंगर का भी आयोजन स0 तरनजीत सिंह मक्कड़ उपाध्यक्ष, स0 हरमिन्दर सिंह टीटू महामंत्री एवं स0 तजिन्दर सिंह, स0 इन्दरजीत सिंह की देखरेख में किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने एक पंक्ति में बैठकर गुरू का लंगर ग्रहण किया। लंगर वितरण की सेवा दशमेश सेवा सोसाइटी एवं खालसा इण्टर कालेज के बच्चों द्वारा की गई। कई प्रमुख स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा ब्रेड छोले, कच्ची लस्सी, काले चनें तथा जल जीरा वितरित किया गया।
कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने में कई स्वयं सेवी संस्थाओं ने सहयोग किया जिसमें सिख सेवक जत्था के सदस्यों ने राजवंत सिंह बग्गा ,कुलदीप सिंह सलूजा के साथ जोड़ों की सेवा की। सिख यंग मेन्स एसोसियेशन, दशमेश सेवा सोसाइटी, खालसा एसोसियेशन, सुखमनी साहिब सेवा सोसायटी, अमृत सेवक जत्था प्रमुख थे, जिन्होंने लंगर तैयार करने में, लंगर वितरित करने में, छबील लगाकर संगत की शरबत और मीठे जल से कच्ची लस्सी से सेवा करने में अपने सहयोगियों के साथ विशेष योगदान दिया।
0 Comments