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शीर्षक संवाददाता अमर
-टेक्नोलॉजी का इजात करने वाला ही उसकी नकारात्मकता का कर सकता खात्मा
-बीबीएयू के आईटी विभाग द्वारा आयोजित हुआ एनसीआरटीएसटी पर राष्ट्रीय सम्मेलन
लखनऊ। शुक्रवार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रवृतियों (एनसीआरटीएसटी-2024) पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ।उद्घाटन सत्र मुख्य अतिथि के रूप में यूपी शासन में डीजी टेलीकाम डॉ.एस.एम.तराडे शामिल हुए।उन्होने कहा कि आईटी विभाग ने मेरे जैसे नाचीज को यहाँ तक पहुँचा दिया।उन्होंने शासन की भी तारीफ़ की।उन्होंने कहा कि यूपी 112 देश में एक बहुत बड़ा आयाम कायम किया है।प्रदेश के मिशन क्रिटिकल पर विस्तृत चर्चा की।पूरे प्रदेश में इंड टू इंड इंक्रीप्शन सेट लगाए गये हैं।डिजिटाइजेशन के रूप में पुश टू टॉक का इजात किया गया है।इसके उपयोग 300 मिली सेकंड में पार्टी से कनेक्ट हो सकते हैं।जल्द ही प्रदेश के सभी हिस्सों में लगेगा।यह लोकेशन भी बताएगा।प्रदेश के प्रत्येक थाने में सीसीटीवी लगाया गया, जिसे कोई उच्च अधिकारी लॉग इन करके देख सकते है।मुख्य वक्ता के रूप में शामिल प्रो. शेखर वर्मा ने जनरेटिव एआई के डिफुजन मॉडल पर विस्तृत चर्चा की।उन्होंने बताया कि यह अब कला और रचनात्मकता,संगीत, कम्प्यूटर ग्राफ़िक्स,स्वास्थ्य देखभाल,विनिर्माण और रोबोटिक्स आदि में उपयोग में लाया जा रहा है।कुलपति डॉ. संजय सिंह ने महापुरुषो और महात्माओं को वैज्ञानिक की संज्ञा दी।उन्होंने डीजी से अनुरोध किया कि सरकार के जो भी आईटी से जुड़े प्रोजेक्ट हों उसे बीबीएयू से मिलकर करें। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में समय और टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए। देश को विकसित करने में टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।मंच का संचालन डॉ. अलका ने किया।राष्ट्रीय सम्मेलन में कुल 47 रिसर्च पेपर प्रजेंट किए गये।वालेंटियर की भूमिका में अश्वनी कांत शुक्ला, मनीष जोशी, अपूर्व सिंह, संदीप वर्मा समेत दर्जन छात्र रहे।डीन डॉ.एम.पी. सिंह,विभागाध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र पाण्डेय, डॉ.पी. के. चौरसिया, डॉ. संदीप नायक, डॉ. नीरज तिवारी, डॉ अमित सिंह,डॉ. अभिषेक वर्मा आदि मौजूद रहे।
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