संवाददाता
लखनऊ ।राजधानी के एस०के०डी० एकेडमी का वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन ई-ब्लॉक राजाजीपुरम शाखा का समारोह जलसंस्थान शाखा में तथा जल संस्थान शाखा का समारोह वृन्दावन शाखा में हुआ जिसमें प्री प्राइमरी से 1 व 2 से 11 तक के बच्चों द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
समारोह का शुभारम्भ दानिश आजाद अंसारी उत्तर प्रदेश सरकार अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अमिताभ रंजन, रेजिस्ट्रार आई.आई.पी.ए. एवं डॉ० किया पाण्डेय, एच.ओ.डी. मानव शास्त्र लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। तत्पश्चात् चेयरमैन एस.के.डी. सिंह, निदेशक मनीष सिंह, उप निदेशक निशा सिंह एवं सह निदेशक कुसुम बत्तरा द्वारा मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न, शाल व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। ई-ब्लाक शाखा की प्रधानाचार्या डॉ० शैली श्रीवास्तव एवं जलसंस्थान शाखा की प्रधानाचार्या अन्जू सिंह जी ने धन्यवाद भाषण द्वारा उपस्थित मुख्य अतिथी, अभिभावकों, प्रेस व मीडिया तथा शहर के गणमान्य नागरिकों का अभिनन्दन किया।
बच्चों ने सरस्वती वन्दना एवं स्वागत नृत्य के साथ कार्यक्रमों की शुरूआत की एवं रेन्बो ऑफ होप, खोल दो सारे बन्धन द्वारा मोहक प्रस्तुतियाँ दीं। इसके अलावा कार्यक्रमों के बीच ही बच्चों ने कई संदेश भी दिये जैसे "अतुल्य भारत" अदि बच्चों ने इंग्लिश प्ले "द मैन मोस्ट एक्सट्रा आर्डनरी मशीन द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी। जिसको दर्शकों ने बहुत सराहा। साथ ही बच्चों ने "लहरा दो परचम जीत का कार्यक्रम द्वारा अपने अभिनय से सभी अभिभावकों, एवं अतिथी गणों का मन मोह लिया।
मुख्य अतिथि ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की मुक्त कण्ठ से सराहना की एवं कहा कि विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को अपने संस्कारों विशिष्ट संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया जाता है जो वाकई प्रशंसनीय है। उन्होने कहा कि आज कल बच्चों इतनी अधिक क्षमता एवं टैलेंट है और विद्यालय के प्रोत्साहन से उसमें और भी निखार आता है। वार्षिकोत्सव के अधिकतर कार्यक्रम अपने अंदर कोई न कोई संदेश छुपाए हुए हैं जो हमें झकझोरने का काम करते हैं।
विद्यालय के निदेशक मनीष सिंह ने आये अतिथि व अभिभावकों के सहयोग की सराहना करते हुए बच्चों के खूबसूरत प्रस्तुतीकरण की प्रशंसा करते हुए कहा कि, "हमारे एस० के० डी० के संस्थापक एस.के. डी. सिंह एवं निदेशक मनीष सिंह का हमेशा यह प्रयास रहा है कि विद्यालय में विद्यार्थी का समुचित विकास हो इसीलिए शिक्षा के साथ उनके लिए समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, बच्चो की गाइडेन्स हेतु होने वाली वर्कशाप आदि आयोजित किये जाते हैं उन्होंने आगे मानव और मशीन के कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा गया कि हमारे जीवन के आधुनिकता एवं मशीन का योगदान होना चाहिए नाकि आधुनिकता व मशीन हम पर हावी होना चाहिए। इसके लिए हम अपने सभी माननीय अतिथियों का अपने अभिभावकों के सहयोग व स्नेह के हमेशा आभारी रहेंगे। साथ ही जो भी संदेशात्मक प्रस्तुतियां हमारे बच्चों ने पेश की उसमें जो भी संदेश है उसको हमारा पूर्ण विद्यालय अमल करता है चाहे वो पेड़ लगाने का पर्यावरण बचाने का या जल संरक्षण का हो।
विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक एस०के०डी० सिंह ने सभी कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए बच्चों को अपना आशीर्वाद दिया व कहा कि "बच्चों ने जो कार्यक्रम प्रस्तुत किये वो न केवल हमारा मनोरंजन करते हैं बल्कि हमारी संस्कृति, सभ्यता व अखण्डता से परिचित कराते हैं। लगभग सभी कार्यक्रम हम बड़ों को कोई न कोई संदेश देते हैं। हमें बच्चों के इन प्रयासों व उनकी भावनाओं को सदा उनके भीतर जिन्दा रखना है ताकि यही भावनाएं उन्हें एक सभ्य व अनुशासित भारतीय बनने में व भारत के विकास में सहयोग दें।
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