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लखनऊ संवाददाता
लखनऊ:होटल फॉर्च्यून पार्क, राणा प्रताप मार्ग, मुख्य अतिथि डा० अरूण कुमार, मा० राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा दिनांक 06 नवम्बर, 2023 को प्रातः 10 बजे किया गया। इस अवसर पर श्री सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश, श्री अजनी कुमार आचार्य, प्रधान मुख्य वन वन संरक्षक, वन्यजीव, उत्तर प्रदेश, श्री अनुपम गुप्ता, प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश वन निगम, श्री संजय श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रशिक्षण एवं अनुसंधान, उत्तर प्रदेश, श्री सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अनुश्रवण एवं कार्ययोजना, उत्तर प्रदेश, श्री आशीष तिवारी, सचिव, पर्यवरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, श्री बी०सी० चौधरी, सेवानिवृत्त, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, तमिलनाडु, श्रीमती अदिति शर्मा, निदेशक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ, डा० उत्कर्ष शुक्ला, उप निदेशक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ, श्री आर0के0 नेगी, क्षेत्रीय वनाधिकारी, नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ के साथ वन विभाग एवं प्राणि उद्यान के अधिकारी / कर्मचारी उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम मंचासीन अतिथियों को निदेशक, प्राणि उद्यान, लखनऊ द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया तत्पश्चात् मुख्य अतिथि एवं समस्त अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला
"Capacity Building Workshop for Zoo Educators" का विधिवत शुभारम्भ किया
गया।
निदेशक, प्राणि उद्यान, लखनऊ श्रीमती अदिति शर्मा ने कार्यशाला में आये सभी अतिथियों
का स्वागत करते हुए 3 दिवसीय कार्यशाला के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि
इस कार्यशाला में कुल 30 प्रतिभागी देश के विभिन्न प्राणी उद्यानों एवं अन्य संस्थानों से प्रतिभागकर रहे है, जिन्हें विषय विशेषज्ञ व्यक्तियों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। इस कार्यशाला के माध्यम से सभी शिक्षा अधिकारी एक-दूसरे से अपने अनुभवों को साझा करेंगे तथा प्राणि उद्यानों में शिक्षा के स्तर को उत्कृष्ट बनाने में यह कार्यशाला महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मा० राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश डा० अरूण कुमार ने मंचासीन अतिथियों का एवं देश के विभिन्न प्राणि उद्यानों से आये 30 प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि वन विभाग ने प्राणि उद्यान तथा केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन किया। प्राणि उद्यान, लखनऊ देश के सबसे पुराने प्राणि उद्यानों में से एक है तथा यह 100 वर्ष से अधिक पुराना है। इस प्राणि उद्यान में 85 प्रजातियों के 1000 से अधिक वन्यजीव विद्यमान है। हमारे वन्यजीव बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि वन्यजीव नहीं होंगे तो जंगल नहीं होंगे और जंगल नहीं होंगे तो ऑक्सीजन नहीं होगी तथा मिट्टी का कटान भी अधिक होगा। इसलिए वन्यजीवों को संरक्षित करना अत्यावश्यक है शिक्षक शिक्षा के महत्व को बताता है क्योंकि शिक्षक नई-नई चीजों को बताने में विशेषज्ञता हासिल होती है। इस कार्यशाला में आये हुए विषय विशेषज्ञ जो व्याख्यान देंगे उससे आप सभी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और आप सभी शिक्षा अधिकारी अपने अनुभवों को एक-दूसरे से साझा कर सकेंगे। इससे आप सभी एक-दूसरे से कुछ न कुछ लेकर जायेंगे मुख्य अतिथि महोदय ने प्राणि उद्यान, लखनऊ की निदेशका महोदया की तारीफ करते हुए कहा कि वह प्राणि उद्यान का प्रशासन कुशलतापूर्वक चला रही है। दिनांक 05.11.2023 को लगभग 8 हजार दर्शको द्वारा प्राणि उद्यान का भ्रमण किया गया। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही कुकरल में नाइट सफारी बनने जा रही है, जो कि दुनिया की चौथी नाइट सफारी होगी स्कूली बच्चे जब भी प्राणि उद्यान का भ्रमण करने आये तो उन्हें वन्यजीवों से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी अवश्य उपलब्ध करायी जाए।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश श्री सुधीर कुमार शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली तथा प्राणि उद्यान, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में आये सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत है उत्तर प्रदेश एक मात्र ऐसा राज्य है जहाँ तीन प्राणि उद्यान एवं लॉयन सफारी है। उत्तर प्रदेश पिछले कुछ वर्षों से नई गति लेकर चल रहा है, फिर चाहे वह कोई भी क्षेत्र या कार्य हो। उत्तर प्रदेश ने पूरे देश को एक नई दिशा दिखाई है।
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