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सत्य अहिंसा एवं क्षमता के साथ ही विश्व शांति कायम रह सकती है उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक

 संवाददाता लखनऊ

लखनऊ । धूमधाम से मनाया गया छमवादी पर आचार्य विशद सागर जी महाराज एवं सर्व समाज के साथ* 

 आज सीएमएस ऑडिटोरियम गोमती नगर में सभा का शुभारंभ उपमुख्यमंत्री  बृजेश पाठक जी दीप प्रज्वलन एवं चित्र अनावरण के साथ  किया और अपने वक्तव्य ने कहा कि जैन समाज सबसे प्राचीन एवं सबसे उत्कृष्ट समाज एवं धर्म है इनके द्वारा अहिंसा एवं सत्य का प्रचार प्रसार किया जाता है एवं कार्यक्रम में शहर की मेयर साहिब माननीया श्रीमती सुषमा खर्कवाल नेवी क्षमा वाणी की उपयोगिता एवं महत्वता पर प्रकाश डाला एवं उनका सम्मान महिला समाज द्वारा किया गया एडवोकेट श्री हरिशंकर जी एवं एडवोकेट विष्णु शंकर जैन जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जैन हिंदू सिख इसाई सभी मजहब एक हैं  और उन्होंने बताया कि जो कुतुब मीनार के बाहर यह लिखा है कि 27 जैन मंदिरों को तोड़कर कुतुब मीनार बना है उसके लिए भी उन्होंने कोर्ट  मे  मुकदमा  कर रखा है ।उन्होंने आगे यह कहा कि सभी स्कूलों में जैन धर्म की भी पढ़ाई एवं उनके मूल सिद्धांतों के बारे में बच्चों को पढ़ना चाहिए ताकि लोग अहिंसक बने और अहिंसा से ही किसी को भी जीता जा सकता है जैन धर्म में अहिंसा एवं क्षमा भाव को बहुत ही महत्व दिया गया है जिसका सभी लोगों को पालन करना चाहिए।संदीप बंसल जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जैन धर्म में सूर्यास्त पूर्व भोजन करने की विधि बहुत ही उपयोगी एवं वैज्ञानिक विधि है और इसको जैन धर्म के लोग बखूबी निभाते हैं एवं इसे बहुत सी बीमारियां नहीं होती हैं आज इस सिद्धांत को बड़े से बड़े डॉक्टर भी सभी को बताते हैं ।एवं अन्य धर्म के मुख्य लोगों ने जैन धर्म में क्षमा वाणी का यह विशेष महत्व बताते हुए कहा कि क्षमा वीरों की निशानी है और क्षमा करना एवं क्षमता मांगना दोनों ही वीर ही कर सकता है कोई कार्य व्यक्ति इसको नहीं कर सकता है अगर हर कोई इसको धारण कर ले तो बहुत से घर की अशांति ऐसे ही मिट जाए ।
कार्यक्रम में ब्रह्मकुमारी बहन राधा दीदी, डॉक्टर अभय कुमार जैन जैन समाज से , श्री नानक चंद लखमणि उत्तर प्रदेश सिंह अकैडमी लखनऊ से एवं अन्य धर्म के लोगों ने भी क्षमा भाव को महत्व देते हुए कहा कि क्षमा  वीरस्य भूषणमं क्षमा वीरों का आभूषण है एवं जिसने क्षमा भाव की अहमियत समझ ली व जीवन में कभी भी असफल नहीं हो सकता और हमेशा सफलता की ऊंचाइयों को छूता है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से संजीव जैन मोती नगर, कमल कुमार जैन  , आदीश कुमार जैन , विनय कुमार जैन, रितेश जैन बंटी जैन, शुभचंद जैन, राकेश जैन, नितिन जैन, चंद्र प्रकाश जैन, निकांत जैन, बच्चू जैन, आदि लोग उपस्थित थे कार्यक्रम के मध्य जैन लेडीज क्लब द्वारा भक्ति नृत्य । मंगलाचरण जैन महिला मंडल द्वारा किया गया सभा का संबोधन आचार्य विशद सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन के द्वारा किया और कहा कि आज क्षमा की बहुत ही जरूरत है और जैन धर्म के सिद्धांत जियो और जीने दो के माध्यम से ही विश्व में शांति बनी राख हो सकती है जिस तरह आज एक दूसरे से लोग युद्ध कर रहे हैं वह चीज अच्छी नहीं है और यह विश्व की खत्म करने की तरफ बढ़ रही है । अंत में अध्यक्ष आशीष कुमार जैन ने धनबाद ज्ञापन देते हुए सभा का समापन किया।

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