संवाददाता लखनऊ
लखनऊ में अन्य जनपदों से लगभग 100 से अधिक स्थानान्तरित प्रधानाचार्यो, शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का तीन माह से लम्बित वेतन का भुगतान शिक्षा विभाग के अन्य लेखाधिकारी को कार्यभार सौपकर सुनिश्चित किया जाएगा तथा लेखाधिकारी के विरूद्व भी आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। यह आश्वासन शिक्षा निदेशक माध्यमिक महेन्द्र देव ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डा0 आर0पी0 मिश्र की अगुवाई में जिला संगठन के प्रतिनिधि मण्डल को दिया। शिक्षा निदेशक ने इस सम्बन्ध मे सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।*
*प्रतिनिधि मण्डल में प्रादेशिक उपाध्यक्ष डा0 आर0पी0 मिश्र, प्रदेशीय मंत्री डा0 आर0के0 त्रिवेदी, जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा जिलामंत्री महेश चन्द्र कोषाध्यक्ष विश्वजीत सिंह, आय-व्यय निरीक्षक आलोक पाठक, उपाध्यक्ष आर0पी0 सिंह एवं सयुक्त मंत्री सुमित आजाय दास सम्मिलित थे। प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डा0 आर0पी0 मिश्र ने शिक्षा निदेशक को बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के लेखाधिकारी द्वारा लखनऊ स्थानान्तरित 100 से अधिक प्रधानाचार्यो, शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के वेतन भुगतान में अधिकारविहीन तथा अवंाछित आपत्तियाॅ/टिप्पणियाॅ लगाकर तीस से चालीस लाख रूपये की घूसखोरी के लिए वेतन भुगतान में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जब पत्रावलियों में वेतन भुगतान की लिखित अनुमति प्रदान कर दी गई तो लेखाधिकारी ने मात्र 06 प्रधानाचार्याे एवं शिक्षकों के वेतन बिल पर हस्ताक्षर किए तथा घूसखोरी मेे सफल न होने के कारण अवकाश पर चले गए। संज्ञान मे आया है कि जो 06 वेतन बिल लेखाधिकारी द्वारा पारित किए गए थे उनका भी वेतन भुगतान रोकने के लिए चीफ ट्रेजरी आफीसर को दिनांक 07.10.2023 को लिखित आपत्ति दर्ज कराई है।जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा एवं जिलामंत्री महेश चन्द्र ने बताया कि जिला संगठन द्वारा शिक्षा निदेशक को प्रेषित ज्ञापन में लेखाधिकारी को घूसखोरी से वंचित रखते हुए स्थानान्तरित प्रधानाचार्यो, शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान कराने के किए प्रयास किए जा रहे है। ज्ञापन में लिखा है कि वेतन भुगतान न होने के कारण लगातार प्रयास किए जा रहें है यहाॅ तक कि 22 सितम्बर को जिला संगठन द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना/प्रदर्शन भी किया गया था उसी के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक मे वेतन भुगतान लिए लेखाधिकारी की मंशा के अनुसार प्रत्येक पत्रावली में लिखित अनुमति/सहमति प्रदान की थी गम्भीर आर्थिक कठिनाई से जूझ रहे शिक्षकों का वेतन भुगतान कराये जाने तथा घूसखोर लेखाधिकारी के विरूद्व जांच कराकर दण्डात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है। इसी के साथ ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि दशहरा और दीपावली के त्योहार को ध्यान मे रखते यदि एक सप्ताह में स्थानान्तरित प्रधानाचार्यो, शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान सुनिश्चित नही हुआ तो जिला संगठन आन्दोलनात्मक कदम उठाने के लिए बाध्य होगा।
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