संवाददाता लखनऊ
इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता Clinical Psychologist श्री राम शंकर राणा ( KGMU, Lucknow) थे। जिन्होंने सकारात्मक सोच, मानसिक अवसाद, तनाव की अवस्था, पैनिक अटैक, "टैली मानस हेल्प लाइन नंबर 14416," Schizophrenia, विभिन्न प्रकार की समस्याओं के बारें में बताया और विभिन्न प्रकार के निवारण को बताया जैसे प्रेरणाप्रद कहानियां सुनना, आपस के बातें करना , योगाभ्यास करना, सरल संगीत सुनना, ओम का उच्चारण करना आदि । जिसमें महाविद्यालय के BBA की 50 व Bcom की 50 छात्राओं ने हिस्सा लिया। दोनो दिन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुरभि जी गर्ग ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक अवसाद से निपटने का एकमात्र जरिया हमारी आपसी बातचीत है क्योंकि जब हम किसी समस्या को एक दूसरे से मिलकर विचार करते हैं तो उसका समाधान अवश्य ही निकलता है हमको उम्मीद है कि हमारे महाविद्यालय के बच्चों ने जिन्होंने इस कार्यशाला में भाग लिया है और जो यहां से सीखा है वह समझ कर लोगों को लाभान्वित अवश्य करेंगे, यही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नोडल ऑफिसर डॉ दिव्या प्रजापति ने मानसिक अवसाद के कारण एवं निवारण दोनों के विषय में जानकारियां प्रदान करके मानसिक अवसाद कार्यशाला के समापन के अवसर पर महाविद्यालय के सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा विशेष रूप से पूरे कार्यक्रम को संचालित करने में SiFPSA के द्वारा प्रशिक्षित महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की डॉ पूजा सिंह, डा रंजीत कौर, डॉ कीर्ति पटेल का आभार व्यक्त किया जिनके दिशा निर्देश एवं सहयोग से महाविद्यालय में कार्यक्रम का सफल आयोजन किया जा सका ।
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