संवाददाता :लखनऊ।
ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति ने केन्द्र सरकार द्वारा न्यूनतम पेंशन न बढ़ाये जाने और वृद्ध पेंशनरों के उत्पीड़न के विरोध में ईपीएफओ कार्यालय पर प्रदर्शन कर आयुक्त नवीन कन्नौजिया के माध्यम से प्रधानमंत्री और श्रम मंत्री को ज्ञापन दिया। आयुक्त कन्नौजिया ने पेंशनरों की समस्याओ को उच्च स्तर तक पहुचाने का विश्वास दिलाया। प्रदर्शन स्थल पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि 4 अगस्त को दिल्ली में श्रम मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे पेंशनरों और समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत के साथ पुलिस के द्वारा दुर्व्यवहार किया गया, सरकार के मंत्री पेंशनरों की मांगों को पूरा कराने का आश्वासन दे रहे हैं दूसरी ओर श्रम राज्य मंत्री रामेश्वरतेली द्वारा संसद में प्रश्नोत्तर के दौरान वक्तव्य दे रहे हैं कि ईपीएस-95 के तहत मिनिमम पेंशन में वृद्धि का कोई प्रस्ताव नहीं है राष्ट्रीय अध्यक्ष का अपमान व श्रम राज्य मंत्री के उपरोक्त वक्तव्य ने आग में घी डालने का काम किया है, उपरोक्त वक्तव्य से यह दिखता है कि EPS95 पेंशनर्स के प्रति सरकार न ही संवेदनशील हो और न ही उनकी मरणासन्न व दयनीय अवस्था के प्रति गंभीर है। इन कारणों से देश के सभी ईपीएस-95 पेंशनरों और ईपीएफ सदस्यों में रोष चरम सीमा पर है। पेंशनरों ने केन्द्र सरकार और ईपीएफओ की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की और न्यूनतम पेंशन 7500/- महीना, महंगाई भत्ता व पति पत्नी को मुफ्त चिकित्सा सुविधा तत्काल प्रदान करने की मांग की। साथ ही दिल्ली में समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो नेवी के कमांडर भी रहे हैं उनके साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई करने की माँग की। सभा में रोडवेज, आवश्यक वस्तु निगम,अपट्रान, पी सी एफ,एच ए एल, एफ सी आई ,सीड कार्पोरेशन आदि अनेक उपक्रमों के पेंशनर शामिल हुए। सभा को के एस तिवारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,राज शेखर नागर प्रांतीय महामंत्री,राजीव भटनागर मुख्य समन्वयक,के साथ राजेश तिवारी, दिलीप पांडे,पी के श्रीवास्तव,आर एन द्विवेदी,सुभाष चौबे,अशोक बाजपेई,राजीव पांडे, हनुमान यादव, ए पी सिंह ,जय राम वर्मा,फ्रेडरिक क्रूज़, सतीश श्रीवास्तव, गीता वर्मा, सुनीता सोनकर, आदि अनेक वक्ताओं ने सम्बोधित किया।
0 Comments