संवाददाता लखनऊ
भादों माह संक्रान्ति पर्व दिनांक 17-08-2023 को ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरू नानक देव जी,नाका हिण्डोला, लखनऊ में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया गया। शाम का विशेष दीवान 6.30 बजे से प्रारम्भ हुआ जो रात्रि 9.30 बजे तक चला जिसमें रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह जी ने अपनी मधुरवाणी में शबद कीर्तनः-भादुहि भरमि भुलाणीआ दूजै लगा हेतु ।।लख सीगार बणाइीया कारजि नाही केतु।।
एवं नाम सिमरन द्वारा आई साध संगतों को निहाल किया, उसके उपरान्त ज्ञानी सुखदेव सिंह जी ने भादों माह पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ईश्वर को छोड़कर किसी अन्य वस्तु से जुड़ना अज्ञानता है। माया का मोह भ्रम है, यह किसी काम नही आता, जिस दिन शरीर का नाश हो जायेगा जिन सम्बन्धियों के साथ प्यार था पल में छोड़ जायेंगे। यह शरीर रुपी धरती कर्मों का खेत है, जो जैसा बीज बोता है, वैसा ही काटेगा, किये गये कर्मों के मुताबिक फल मिलता है। श्री गुरु नानक देव जी फरमाते हैं जो जीव प्रभु की शरण में आ जाते हैं उन्हें चरण रुपी जहाज में बैठाकर प्रभु संसार से पार कर देता है। वह मनुष्य ही इस माह में नरक में नही जाते जिनका ईश्वर रखवाला है। कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया।समाप्ति के उपरान्त लखनऊ गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष स0 राजेन्द्र सिंह बग्गा जी ने संगत को भादों माह संक्रान्ति पर्व की बधाई दी तत्पश्चात गुरू का लंगर दशमेश सेवा सोसाइटी के सदस्यों द्वारा श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।
0 Comments