लखनऊ /संवाददाता
कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर कर्मचारियों एवं शिक्षकों ने प्रदेश के समस्त जनपदों में वाहन रैली निकालकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।
प्रमुख मांगे-
1. पुरानी पेंशन बहाली की जाए ।
2. वेतन समिति की संस्तुतियों को लागू किया जाए।
3. नगर विकास भत्ता, सीसीए एवं रोके गए भत्ते बहाल किए जाएं।
4. स्थानीय निकायों, राज्य निगमों की मांगों पर तत्काल निर्णय किया जाए।
5. विभागों में सातवें वेतन आयोग के अनुरूप संवर्गों का पुनर्गठन एवं लंबित सेवा नियमावलियों पर तत्काल निर्णय किया जाए।
6. तदर्थ माध्यमिक शिक्षकों को नियमित किया जाए।
7. राजकीय शिक्षकों को एसीपी का लाभ दिया जाए।
8. संविदा/आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को विनियमितीकरण एवं न्यूनतम वेतन दिया जाए।
9. स्थानांतरण नीति 2023-24 के प्रस्तर-12 में पूर्व की व्यवस्था बहाल की जाए।
कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वी.पी. मिश्र एवं महासचिव शशि कुमार मिश्र ने बताया कि प्रदेश सरकार की मांगों पर उपेक्षा पूर्ण नीति के तहत प्रदेश के लाखों कर्मचारी आक्रोशित हैं। भीषण महंगाई के कारण नौकरी पेशा कर्मचारी परिवार भुखमरी की कगार पर है। कर्मचारियों की समस्याओं पर मुख्यमंत्री , मुख्य सचिव एवं विभागीय संगठनों की मांगों पर वार्ता नहीं करते। स्थानांतरण नीति में बदलाव करके संगठनों के अस्तित्व को समाप्त करने के उद्देश्य से स्थानांतरण नीति में परिवर्तन कर कई विभागों के प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री एवं जनपद अध्यक्ष/मंत्री के स्थानांतरण कर दिए गए हैं। शशि कुमार मिश्र ने बताया कि सरकार की कर्मचारियों के प्रति उपेक्षा पूर्ण नीति के कारण आंदोलन करने को बाध्य होना पड. रहा है।मोर्चा ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि मोर्चा की मांगों पर बैठक करके 15 दिन के अंदर निर्णय न किया गया तो अगली बैठक में कड़े आंदोलन की घोषणा करने को बाध्य होना पड़ेगा जिसका उत्तरदायित्व प्रदेश सरकार का होगा।बैठक में पुरजोर मांग की गई कि स्थानांतरण नीति को निरस्त कर पुरानी नीति लागू की जाए जिससे कर्मचारी संगठनों का अस्तित्व बचा रहे ।जनपद-लखनऊ में वाहन रैली नगर निगम से जवाहर भवन, वन विभाग, पी0डब्लू0डी0, सचिवालय होते हुए नगर निगम पर समाप्त। मोर्चा के पदाधिकारियों ने कर्मचारी संगठनों एवं जनपद अध्यक्ष/मंत्री को रैली की सफलता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है। आज की रैली में मुख्य रूप से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश, उ0प्र0 स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ, फेडरेशन आफ फार्मासिस्ट, जवाहर भवन इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ, फेडरेशन ऑफ फॉरेस्ट, लखनऊ विश्वविद्यालय कर्मचारी परिषद, केजीएमयू कर्मचारी परिषद, माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश, प्राथमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश, उ0प्र0 राज्य निगम कर्मचारी महासंघ, रोडवेज कर्मचारी परिषद, उ0प्र0 आदि संगठनों ने भागीदारी की।
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