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तदर्थ शिक्षकों का याचना कार्यक्रम तेरहवें दिन भी अनवरत जारी रहा

 लखनऊ /संवाददाता

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आज याचना का 13 दिन है विभिन्न जनपदों से आए तदर्थ शिक्षकों ने सिर्फ सरकार से एक ही मांग रखी है हमने लगातार विद्यालयों में अध्यापन कार्य किया है हमको किसी भी प्रकार का लिखित आदेश नहीं प्राप्त है और हमारा वेतन अवरुद्ध है हम सभी ने कार्य किया है हम सभी को वेतन चाहिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अधिकारियों द्वारा गलत व्याख्या कर मुख्यमंत्री को भ्रमित किया जा रहा है जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश 8308 / 2016 यह आदेश 16 (E)इलेवन में नियुक्त शिक्षकों पर लागू होता इलाहाबाद खंडपीठ के विद्वान न्यायाधीश इरशाद अली ने अपने आदेश में स्पष्ट रूप से कहा है जब तक इनके पदों पर चयनित अभ्यर्थी नहीं आ जाता तब तक इनका वेतन निर्गत होना चाहिए वही लखनऊ खंडपीठ के विद्वान न्यायाधीश पंकज भाटिया ने भी इसी प्रकार से अलग-अलग रिटो में आदेश किया है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की जिस सुप्रीम कोर्ट की गलत व्याख्या कर हम सभी का वेतन अवरुद्ध कर रखा है उस 8300/2016 का उल्लेख करते हुए दोनों विद्वान न्यायाधीश ने स्पष्ट रूप से व्याख्या करते हुए 818  की रीट को भी उन्होंने दर्शाया है और स्पष्ट रूप से कहा है यह आदेश अवैतनिक लोगो पर लागू होता है जो अवैतनिक थे जो वेतन मांगने गए थे हम सभी तो वेतन पा रहे थे हम लोग वेतन मागने गए ही नही थे जबरदस्ती अधिकारी गण उसको हम सब पर थोपते है ओ तो अवैतनिक के लिए आदेश हुआ है कि उनको प्रबंधक वेतन दे ऐसा कहीं भी किसी भी प्रकार का कोई ऐसा आदेश न सुप्रीम कोर्ट ने दिया है ना हाईकोर्ट ने की जो वेतन प्राप्त कर रहे है तदर्थ शिक्षक 25 वर्ष से माननीय हाईकोर्ट के आदेशों से डायरेक्टर माध्यमिक एजुकेशन के अनुमोदन से राजकोष से वेतन प्राप्त कर रहे हैं उनका वेतन रोका जाए परंतु अकारण अबिधिक रूप से कई जनपदों में मई तक कई जनपदों में अक्टूबर तक कई जनपदों में फरवरी-मार्च तक कई जनपदों में अलग-अलग महीनों तक वेतन सभी को निर्गत किया गया है जबकि कुछ जनपदों में अनवरत वेतन अभी तक प्राप्त हो रहा है 2000 के बाद नियुक्त तदर्थ शिक्षकों को वेतन प्राप्त हो रहा है जबकि एक आदेश एक विभाग एक परिधि में नियुक्त तदर्थ शिक्षकों का अलग-अलग दीया सुधारा अलग-अलग माह तक और कहीं-कहीं अनवरत वेतन मिलना जारी है जबकि महत्वपूर्ण बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद लगभग 15 माह तक सभी तदर्थो को वेतन प्राप्त होता रहा है एकाएक हम सभी का वेतन बाधित कर देना यह वितरण वितरण अधिनियम के सर्वथा विपरीत है इस विषम परिस्थिति में हम सभी का परिवार बहुत ही विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है दवा और भोजन के लाले पड़ गए बच्चों का एडमिशन नहीं हो पा रहा है जगह जगह सभी वरिष्ठ मंत्रियों वरिष्ठ भाजपा के नेताओं से हम लोगों ने लगातार 2 साल से अनुनय विनय किया सभी लोगों ने आश्वासन भी दिया कि नहीं आप सभी का वेतन निर्गत कराया जाएगा परंतु आज तक कहीं किसी भी प्रकार से अधिकारी टस से मस नहीं हुई और हम सभी को वेतन आज तक नहीं मिल सका इस प्रकार से विषम परिस्थितियों से गुजरने के बाद अंतत हम लोगों ने 20 जून 2023 दिन मंगलवार से निदेशालय माध्यमिक शिविर कार्यालय पार्क रोड पर अनवरत हमारा याचना का कार्यक्रम चल रहा है यह तब तक चलता रहेगा जब तक हम सभी को वेतन नहीं निर्गत हो जाता माध्यमिक आदर्श शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश के संयोजक राजमणि सिंह ने बताया की हमारे शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी बाबूलाल तिवारी मानवेंद्र सिंह लोगों ने बैठ कर के डायरेक्टर महेंद्र देव  से वार्ता भी कराई परंतु उन्होंने किसी भी प्रकार का ठोस आश्वासन नहीं दिया इसलिए हम लोगों ने निर्णय लिया कि हम सभी का यह याचना का कार्यक्रम अनवरत चलता रहेगा इसी बीच  शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी  ने प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय भूपेंद्र चौधरी से मिलकर एक पत्र दिया जिस पर प्रदेश अध्यक्ष ने माननीय मुख्यमंत्री को आदरणीय उमेश द्विवेदी के पत्र को जिक्र करते हुए  मुख्यमंत्री हम सभी के वेतन रिलीज करने को पत्र लिखा है परंतु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है और हम सभी तदर्थ शिक्षक साथियों ने निर्णय लिया है कि हम सभी लोग मंगलवार से उपवास पर बैठेंगे जब तक हम सभी का वेतन निर्गत नहीं हो जाता तब तक अनवरत कार्यकर्म चलता रहेगा।

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