लखनऊ/संवाददाता
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एकल अभियान सम्पूर्ण भारत के ग्रामीण एवं वनवासी क्षेत्रों के 1 लाख से अधिक गाँवों में समग्र विकास हेतु विगत 33 वर्षों से प्रयत्नशील है। भारत सरकार द्वारा 2017 का गाँधी शान्ति पुरस्कार प्राप्त यह अभियान भारत के 340 जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में सफलतापूर्वक चल रहे एकल विद्यालयों द्वारा पंचमुखी शिक्षा के माध्यम से समाज जागरण का सफल प्रयास किया जा रहा है।एकल अभियान द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के सन्दर्भ में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए अभियान के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी माधवेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत के ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत एकल अभियान ने अपनी स्थापना के समय ही यह सपना देखा था कि हम अपने समग्र प्रयासों से एक दिन अपनी प्रिय भारत माता को विश्व गुरू की प्रतिष्ठा पुनः प्राप्त करायेंगे। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस ने आज जो स्वरूप प्राप्त किया है उससे इस बात का आभास होने लगा है कि शनैः-शनैः भारत माता विश्व गुरु के गौरव को पुनः प्राप्त कर रही है क्योंकि मात्र 108 वर्ष की अल्पावधि में ही योग विश्व के अनेक नागरिकों के जीवनशैली का नियमित अंग बन चुका है। विश्व इस बात से अश्चर्यचकित है किन्तु हम भारतीय तो निश्चिंत ही थे कि एक न एक दिन ऐसा होना ही था।योग हम भारतीयों की उस आन्तरिक दृष्टि को प्राप्त करने का माध्यम है जिसमें हम स्वयं को शरीर से कहीं अधिक आत्मा के रूप में जानने व समझने का प्रयत्न करते रहे हैं। हम मानते हैं कि हमारा स्वास्थ्य मन, बुद्धि और आत्मा पर आधारित है। शरीर तो लक्षण प्रकट करने का माध्यम है। जब हमारा मन प्रसन्न रहता है, उन क्षणों में हमारा शरीर अधिक स्वस्थ और आनन्दित अनुभव करता है। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि मन, शरीर तथा समाज को अनुशासित रखने का विज्ञान योग है। इसकी अवहेलना ही सामाजिक अशान्ति का प्रमुख कारण है संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रयास से "योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा प्राप्त करते देखकर यह स्वाभाविक रूप से विश्वास जगता है कि हमारा प्रिय राष्ट्र भारत अपनी गरिमा के पथ पर क्रमशः अग्रसर है। अनुरूप विश्व गुरु के एकल अभियान प्रतिवर्ष योग दिवस से पूर्व एक माह का राष्ट्रीय स्तर पर नियमित योग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है तथा 21 जून को योग दिवस के अवसर पर भारत के 1 लाख गाँवों में ग्रामवासियों के साथ मिलकर समारोह का आयोजन करता है। इस वर्ष नवीन प्रयोग के रूप में लखनऊ महानगर के 7500 योग साधकों को एक साथ आमन्त्रित करते हुए के० डी० सिंह बाबू स्टेडियम, लखनऊ में 21 जून, 2023 को प्रातःकाल 06:30 बजे से "योग साधक संगम" नामक कार्यक्रम आयोजित कर रहा
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