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एनसीसी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव 1857 क्रांति गाथा कार्यक्रम

 लखनऊ/ संवाददाता
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20 यू पी गर्ल्स बटालियन द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव 1857- क्रांति गाथा कार्यक्रम संपन्न किया गया। जिसमें 20 यूपी गर्ल्स बटालियन के 4 विश्वविद्यालयों श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय, एपीसेन पीजी कॉलेज, महामाया गर्ल्स डिग्री कॉलेज तथा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कैडेटों ने लखनऊ के भिन्न-भिन्न ऐतिहासिक स्थानों पर नुक्कड़ नाटक का कार्यक्रम आयोजित किया।
1857 की क्रांति भारतीय इतिहास की एक युगांनतकारी घटना है। 10 मई 1857 से इस क्रांति का आरंभ हुआ‌। 1857 ईसवी के विद्रोह में सेना और शक्ति का बल तथा सभी वर्गों का सहयोग, समर्थन और उग्र राष्ट्रीय भावना देखने को मिली। 1857 की क्रांति में मंगल पांडे, बेगम हजरत महल, रानी लक्ष्मीबाई तथा अन्य कई स्वतंत्रता सेनानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इतिहास की इसी क्रांति गाथा को जनमानस तक पहुंचाने के लिए एनसीसी कैडेटों ने 1857- क्रांति गाथा विषय पर नुक्कड़ नाटक का ऐतिहासिक स्थानों पर आयोजन किया था।


ए पी सेन पीजी कॉलेज के द्वारा दिलकुशा कोठी में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 75 एनसीसी गर्ल्स कैडेटों ने भाग लिया। नाटक में कैडेटों ने बेगम हजरत महल के क्रांति में योगदान को प्रदर्शित किया। बेगम हजरत महल सन 1857 की क्रांति में भाग लेने वाली पहली महिला थी, जिन्होंने अवध राज्य को अंग्रेजों से मुक्त कराया। बेगम हजरत महल के कुशल नेतृत्व में उनकी सेना ने लखनऊ के दिलकुशा में हुई लड़ाई में अंग्रेजों को हराया। इस प्रकार कैडेटों ने बेगम हजरत महल के योगदान का व्याख्यान नुक्कड़ नाटक द्वारा प्रस्तुत किया।
 महामाया गर्ल्स डिग्री कॉलेज की एनसीसी कैडेटों ने शहीद स्मारक पर तथा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की गर्ल्स कैडेटों ने तथा रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय ने अपने-अपने विद्यालय परिसर में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। 1857 की क्रांति में मंगल पांडे तथा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और अल्लाह बख्श के योगदान को लोगों को दिखाया गया। मंगल पांडे एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने 1857 में भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो ईस्ट इंडिया कंपनी की 34 वी इन्फेंट्री के सिपाही थे। उन्हें आजादी की लड़ाई के नायक के रूप में सम्मान दिया जाता है। इसी प्रकार जब झांसी 1857 के संग्राम का एक प्रमुख केंद्र बन गया था तब रानी लक्ष्मीबाई ने साहस और वीरता के साथ अंग्रेजों के युद्ध में सामना किया। जिनका आज भी युवाओं को देशभक्ति से ओतप्रोत करते हैं।
 1857 - क्रांति गाथा कार्यक्रम में 20 यूपी गर्ल्स बटालियन के 4 विद्यालयों के लगभग 250 एनसीसी गर्ल्स कैडेटों ने तथा लगभग 200 भूतपूर्व एनसीसी कैडेटों तथा कोतुहलता के साथ जनमानस उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कैप्टन मोनिका श्रीवास्तव, कैप्टन डॉ राजश्री, लेफ्टिनेंट प्रीति चंद नेगी , लेफ्टिनेंट नैंसी गुप्ता शामिल हुई। शहीद स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती ममता शर्मा, सहायक परिवहन आयुक्त उपस्थित रहे।




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