लखनऊ ।। संवाददाता
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आगामी इंडिया ज्वैलरी शॉपिंग फेस्टिवल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह न केवल आभूषण व्यापार को बढ़ाएगा बल्कि साथ ही ज्वैलर्स और उनके उच्च गुणवत्ता वाले आभूषणों में ग्राहकों का भरोसा और विश्वास बहाल करने में सहायक सिद्ध होगा। इससे आभूषणों को एक सुरक्षित और टिकाऊ निवेश के विकल्प के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। इससे समग्र रूप से सामाजिक सुरक्षा की भावना की वृद्धि में योगदान भी मिलेगा।
होलसेलर, मैन्युफैक्चरर्स, रिटेलर्स को इस योजना में भाग लेने के लिए नामांकन करना होगा। उन्हें अपनी चुनी हुई मेंबरशिप सब्सक्रिप्शन के आधार पर जीजेसी से मुफ्त उपहार वाउचर मिलेंगे। ये वाउचर उपभोक्ताओं को दिए जाएंगे। ₹25,000 रुपये या उससे अधिक की हर खरीदारी पर उपभोक्ताओं को एक वाउचर दिया जाएगा।
इस योजना में ग्राहक को प्राप्त होने वाले प्रत्येक मानार्थ उपहार वाउचर के आधार पर सुनिश्चित पुरस्कार देना शामिल है, ये वाउचर उपभोक्ताओं को अलग से आयोजित की जाने वाली आवधिक चयन प्रक्रियाओं में भाग लेकर उन्हें अतिरिक्त पुरस्कार के हकदार बनाते हैं। इसकी चयन प्रक्रिया जीजेसी द्वारा निर्धारित 5,000 कूपन के सेट पर आधारित होगी। एक सुनिश्चित उपहार के रूप में, ग्राहकों को भारत के 75 साल के अमृत महोत्सव को समर्पित एक सीमित संस्करण चांदी का सिक्का प्राप्त होगा। इसके अलावा, एक निश्चित तिथि और समय पर राष्ट्रीय स्तर की अंतिम चयन प्रक्रिया आयोजित होगी। आईजेसएसएफ का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से 5 मिलियन उपभोक्ताओं तक पहुंचना है।
आईजेएसएफ के संयोजक और जीजेसी के निदेशक श्री दिनेश जैन ने कहा, "आईजेएसएफ ज्वेलरी में लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचेगा। जिससे यह सभी के लिए सुलभ हो सकेगा और सबकी भागीदारी बढ़ेगी। यह कार्यक्रम एक एप के माध्यम से डिजिटली डिजाइन किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्राहकों में ज्वैलर्स और उनके आभूषणों की क्वालिटी के प्रति विश्वास बढ़ाना है। इस आयोजन से प्राप्त राजस्व का लगभग 35-38% पुरस्कार के रूप में दिया जाएगा और लगभग 40% मीडिया और मार्केटिंग के लिए उपयोग किया जाएगा।"
श्री राजेश रोकड़े, वाइस चेयरमैन, ने कहा, “आईजेएसएफ के पास बीतूबी और बीटूसी का एक अनूठा संयोजन है। इसका उद्देश्य आभूषणों के उत्पादन और वितरण में शामिल लोगों सहित आभूषण उद्योग के सभी प्रतिभागियों को एक साथ एक मंच पर लाना है। इस महोत्सव में रचनात्मक रूप से डिजाइन किए गए हजारों आभूषणों का प्रदर्शन होगा। इस आयोजन के केंद्रबिंदु में उपभोक्ताओं के साथ साथ आभूषणों के बड़े व्यापारी और वितरक भी होंगे।"
आईजेएसएफ के संयुक्त संयोजक श्री मनोज झा ने कहा, “उपभोक्ता जड़ाऊ और टेंपल ज्वैलरी दोनों में 10-10 लाख रुपये के 5 पुरस्कार जीतने में अवसर पा सकेंगे और हीरे व कीमती रत्न जड़ित श्रेणी में 5-5 लाख रुपये के 10 पुरस्कार जीतने का भी अवसर प्राप्त करेंगे।"
आईजेएसएफ के को-कन्वीनर और जुगल किशोर ज्वैलर्स बाय राजन रस्तोगी के श्री राजन रस्तोगी ने बताया, "इंडिया ज्वेलरी शॉपिंग फेस्टिवल (आईजेएसएफ) बी2बी और बी2सी दोनो सेगमेंट के एक अनूठे संयोजन के साथ ज्वेलरी इंडस्ट्री के सभी पहलुओं को एक मंच पर लाएगा। यह एक अनूठी पहल है जो न केवल ज्वेलरी बिजनेस को बढ़ावा देगी बल्कि ज्वैलर्स और उनकी गुणवत्ता वाले आभूषणों पर ग्राहकों के बीच विश्वसनीयता को भी बढ़ाएगी।"
फेस्टिवल के दौरान प्राप्त राजस्व का लगभग 35-38% पुरस्कार के रूप में दिया जाएगा । जीजेसी ने ईवाई को डेटा गोपनीयता की गारंटी सुनिश्चित करने और पुरस्कारों के लिए निष्पक्ष चयन प्रक्रिया के लिए सलाहकार के रूप में चुना है। इस प्रक्रिया की देखरेख के लिए भी स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यक्तियों को नियुक्त किया गया।
आईजेसएसएफ डिजिटल रूप से जारी किए गए प्रत्येक कूपन के साथ निश्चित उपहार के रूप में चांदी के सिक्कों के सीमित संस्करण की खरीद करने जा रहा है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न होगी। पुरस्कार की एक अन्य श्रेणी पीरियोडिकल ड्रा के रूप में 5,000 कूपन के प्रत्येक सेट पर 25 ग्राम सोने का सिक्का रखा गया है। बंपर पुरस्कार श्रेणी में, आयोजकों ने एक किलो सोने के पांच पुरस्कार प्रस्तावित किए हैं, जिनमें से एक पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर के लिए और चार क्षेत्रीय स्तर के लिए निर्धारित किए गए हैं।
जीजेसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच हासिल करने के लिएप्रचार के हिस्से के रूप में आईजेएसएफ प्रमोशन के दौरान में भारत के 8 शहरों में प्रदर्शनियों का आयोजन कर रहा है। इन प्रदर्शनियों के लिए 60 असाधारण भारतीय आभूषणों का अधिग्रहण या निर्माण किया जाएगा। इन आभूषणों में से इतिहासकार भारत की शिल्प कौशल, विरासत, कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने वाले 30 आभूषणों का चयन करेंगे। शेष 30 पीस जेनरेशन-जेड पीढ़ी की आकांक्षाओं और बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए आधुनिक ज्वैलरी स्टाइल को दर्शाएंगे। इंडस्ट्री के शीर्ष डिजाइनर इन डिजाइनों का गढ़ेंगे, जिन्हें भारतीय कौशल से तैयार किया जाएगा। प्रदर्शनी में आने वाले लोगों को प्रदर्शित आभूषणों के बारे में पर्याप्त जानकारी मिलेगी।
इस योजना अवधि के दौरान कला, संस्कृति और विरासत के आभूषणों के 30 पीसेज की नीलामी भी की जाएगी। नीलामी से प्राप्त आय का उपयोग भारत सरकार द्वारा किए जा रहे सामाजिक पहल के कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा।
जीजेसी भारत में "आभूषण पर्यटन" को विकसित करने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। इसके अलावा, जीजेसी उन अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवलर्स को सब्सिडी प्रदान करेगा जो आभूषण की खरीदारी के लिए भारत आएंगे। जीजेसी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए ट्रैवल एजेंट्स के साथ मिलकर काम कर रही है और उनके द्वारा दिए जाने वाले तौर पैकेज को आईजेएसएफ द्वारा सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी।
ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन श्री सैयम मेहरा ने कहा, ''आईजेएसएफ भारत का सबसे बड़ा ज्वैलरी फेस्टिवल है और इंडस्ट्री के पूरे वैल्यू चेन में यह अपने आप में एक अनूठी पहल है। पांच सप्ताह तक चलने वाला यह आयोजन त्योहारी और शादी के मौसम के दौरान होगा, जो निश्चित रूप से ग्राहकों को आकर्षित करेगा और पूरे भारत में रिटेल ज्वेलरी के सेगमेंट को मजबूती प्रदान करेगा।
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